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जादुई मटका जादुई मटका वाली कहानी हिंदी में ( jadui ghada story )

जादुई मटका जादुई मटका वाली कहानी हिंदी में ( jadui ghada story  )

जादुई मटका :-


Video source- youtube|video by- ktoon tv

एक गांव में एक श्याम नाम का किसान रहता था, वह बहुत ईमानदार था, वह खेती किसानी करके ही स्वयं को और अपने परिवार वालों का पालन पोषण करता था।

प्रतिदिन की तरह श्याम इस दिन भी खेत में जाता है और खेती का काम करता है, पहले खेतों में कुएं से पानी निकाल कर डालता है, और फिर बुवाई करने के लिए गड्ढे खोदने लगता है।

गड्ढा खोदते-खोदते उसे उसकी कुदाल से किसी धातु के पढ़ने की आवाज आई, उसने थोड़ा और खोदा और उसमें एक जादुई मटका था, उसने चारों ओर से खोदकर उस जादुई मटका को बाहर निकाल दिया और उसे किनारे पर रखकर अपना काम करने लगा।

और जब वह दोपहर का खाना खाने के लिए जाता है, तो अपनी कुदाल को उस जादुई मटका में रख कर चले जाता है और जब वह खाना खाकर आता है, तब उस वह जादुई मटका में देखता है, कि उसमें बहुत सारी कुदाली आ गई है, वह अचंभित हो जाता है।

वह सोचता है, कि यह इतनी कुदाले आई कहां से, कुछ समझ में नहीं आ रहा है, आखिर यह क्या हो रहा है, फिर उसे समझ में आया, कि यह मटका तो जादुई मटका है।

फिर जब शाम हुई वह उस जादुई मटका को लेकर अपने घर की ओर निकल जाता है, और जब वह घर पहुंचता है तो उस मटके को वह कोने में रख देता है।

अगले दिन


उसे जिस भी सामान की जरूरत पड़ती थी । वह उसमें एक छोटा सा टुकड़ा डालता, उसे पूरी की पूरी तैयार माल मिल जाती, उसे जब भी भूख लगता है, कोई भी फल डालता उसे सौ फल प्राप्त हो जाती थी, अगर उसे कपड़ा चाहिए होता, तो वह कपड़े का छोटा टुकड़ा डालता है, और उसे एक बड़े कपड़ा का टुकड़ा मिल जाता था, इस तरह वह जादुई मटका उसकी सारी जरूरतों को पूरा करता था।

धीरे-धीरे किसान को लालच होते गया और वह सोचने लगा कि क्यों ना मैं इससे एक फल से सौ फल प्राप्त करके इसे नगर में बेचने के लिए चलूं, वह एक फल डालकर सौ फल प्राप्त कर लेता और उसे नगर में जाकर बेचने लगता।

इस तरह वह धीरे-धीरे बहुत अमीर आदमी बनने लगा, उसने नया घर, नई गाड़ी, नया सोफा, नया टीवी, सब कुछ ले लिया।

लेकिन यह बात गांव के मुखिया को खटकने लगी, कि श्याम की तो 2 साल से फसल खराब हो रही है, फिर भी वह इतने पैसे कहां से कमा रहा है, उसने अपनी दो आदमियों को श्याम के पीछे लगा दिया।

अगले दिन


 वे दोनों आदमी किसान की खिड़की के बाहर से किसान को देख रहे थे, कि किसान उस जादुई मटका में एक संतरे का फल डालता है, और उसमें से 100 संतरे का फल निकाल लेता है, वह दोनों समझ जाती है कि यह कोई जादुई मटका है और सोचने लगते हैं, कि अब तो हम अमीर बन जाएंगे अभी पता चला किसान के अमीर बनने का राज।

वे दोनों भी सारी बातें मुखिया को बता देते हैं, फिर मुखिया उसकी शाम को मटके समेत उसे बुलाते हैं, किसान को मजबूरन जाना ही पड़ता है, क्योंकि अगर वह नहीं जाएगा तो जबरदस्ती मुखिया उसके जादुई मटका को छीन लेगा।

जब श्याम उस मटकी को लेकर वहां जाता है तो मुखिया को उसकी बात पर यकीन नहीं होता और वह जादुई मटका में एक सोने का सिक्का डालता है, थोड़ी ही देर में उसमें 100 सोने के सिक्के मिल जाते हैं और फिर उस सिक्कों के लिए वे दोनों आदमी और मुखिया लड़ पढ़ते हैं, जिससे घड़ा टूट जाता है और सारे सोने के सिक्के गायब हो जाते हैं।

श्याम समझ जाता है, कि लालच बुरी बला है और वहां से चला जाता है, तब से वह खेती किसानी में मेहनत करके परिश्रम से ही अमीर आदमी बन रहा है।

Kahani से शिक्षा :-
कहानी से हमे यह शिक्षा मिलती है कि हमे लालची नही बनना चाहिए ।

जादुई मटका जादुई मटका वाली कहानी हिंदी में ( jadui ghada story  )

जादुई मटका जादुई मटका वाली कहानी हिंदी में ( jadui ghada story  )


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