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Beimaan naukar hindi kahaniyan video mein, बेईमान नौकर कहानी

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video source-youtube|video by- Majedar kahani

Beimaan naukar hindi kahaniyan video mein, बेईमान नौकर कहानी

Kahaniyan : एक गांव में एक व्यापारी रहता था, वह बहुत अमीर था, उसका नाम धर्मेंद्र था, उसका एक बहुत बड़ा बंगला था, और उसकी कई नौकर चाकर भी थे, और और उसका खास आदमी मानिक राव था।

वह बहुत बेईमान था इसका पता वह धर्मेंद्र को कभी भी लगने नहीं देना चाहता था, वह किसी को की धर्मेंद्र से मिले नहीं देता था।

एक दिन मानिक राव नौकर से बात कर रहे थे, तभी धर्मेंद्र छत से थी नीचे की ओर देखते हैं, फिर नौकर मानिक राव से कहता है, कि मेरा वेतन तो बढ़ा दीजिए। मालिक मुझे 500सो रुपए वेतन देते हैं, और आप मुझे ₹400 ही देते है।

फिर मानी करा उसी डटकर कहता है, कि तुम्हें ₹400 में काम करना है तो करो नहीं तो तुम्हें नौकरी से निकाल दूंगा।

फिर मानिक राव धर्मेंद्र से कहता है, कि मालिक मैंने उस नौकर का वेतन बढ़ा दिया है, वह भी आपके अनुमति के बिना मुझे छमा कीजिए।

फिर धर्मेंद्र ने कहा, कि ठीक किया तुमने मानीकराव मुझसे ज्यादा तुम जानते हो कि किसकी पगार कितनी होनी चाहिए।

और धर्मेंद्र फिर माणिक राव से पूछता है, कि मैंने देखा है, कि हमारे व्यापार में कुछ समय से नुकसान हो रहा है, ऐसा क्यों? फिर मानीराव घबराकर कहता है, कि मालीक आप तो जानते ही हैं व्यापार में उतार चढ़ाव होता ही है।

फिर एक दिन धर्मेंद्र एक युवक के साथ आया और माणिक राव से कहा, कि मानिक राव इसे किसी काम में लगा दो और इसे वेतन की देना, कहकर वहां से चला गया।

फिर मानिकराव उसे लकड़ी काटने, पानी भरने और पशु को चारा खिलाने का काम दे दिया। वह युवक गोलू सारे काम को मन लगाकर करता था।

फिर एक दिन धर्मेंद्र ने यह सब देख लिया, तो फिर माणिक राव से कहा, कि तुम इसे ऐसा सब काम क्यों करा रहे हो, यह मेरे मित्र का बेटा है। फिर कुछ गोलू को कहा कि तुम मानिक राव के साथ रहकर व्यापार की नुस्खे सीखो तुम्हारे काम आएगा।

फिर मानीराव ने इधर गोलू से कहा कि गोलू इमानदारी से काम करने पर अच्छे पैसे नहीं मिलेंगे। मैं जो करता हूं वही करो।

और फिर एक दिन मानिक राव रास्ते से जा रहा था, तो पत्थर से टकरा के उसका पैर तूट गया, तो वह एक महीने तक नहीं आ पाया।

मानीराव के अनुपस्थिति में गोलू को ही सारा काम का संभालना पड़ता था। और जब महीने के अंत में गोलू ने धर्मेंद्र को पैसों से भरी गुड़िया और पर्चा दिया और कहा कि यह हर महीने की कमाई है, जो मानित राव आपसे झूठ बोलता था कि नुकसान हो रहा है।

आपको नौकरों पर ध्यान देना चाहिए, यह आपका अधिकार है, और आवश्यकता भी। फिर धर्मेंद्र ने गोलू को सारे काम का शौप दिया।

कहानियों से शिक्षा :
तो बच्चों इमानदारी का फल हमेशा मीठा होता है, हमें भी मानी नहीं करनी चाहिए।

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