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kahani: लालची मछुआरा hindi kahani for kids

kahani: लालची मछुआरा hindi kahani for kids



kahani: लालची मछुआरा hindi kahani for kids
video source-youtube|video by- majedar kahani

Kahani :बहुत समय पहले मालेगांव में दो मछुआरे रहते थे,एक का नाम लक्की और दूसरे का नाम चिकी था। दोनों रोज झील के पास आकर अलग-अलग नावो में मछली पकड़ने जाते थे, और शाम को मछली के साथ वापस आते थे।

लकी सरल स्वभाव का आदमी था, उसे जो मिलता था उसी में संतुष्ट रहता था, लेकिन चिकी लालच ईर्ष्या जैसी उसमें कई दुर्गुण थे।

एक दिन लकी की जाल में बहुत सारी मछलियां फंसे तो लकी मन में सोचता है, हे प्रभु मैं सोच रहा था कि, मुझे थोड़े ही मछली मिल जाए तो मैं घर चला जाऊंगा, लेकिन आपने तो बहुत सारी मछलियां दे दी, धन्यवाद प्रभु। परन्तु चिकी को केवल दो ही मछली मिलती हैं तो वह कहता है, हे प्रभु मुझसे क्या दुश्मनी थी, मुझे केवल दो ही मछली मिली।

दोनों मछली लेकर घर पहुंचे। चिक्की घर पहुंचते ही अपनी पत्नी को वहां हुए घटना को बताया उसकी पत्नी भी चीकी की तरह लोभी था।

उसकी पत्नी आशा कहती है,कि उसने जरूर कोई जादू टोना किया होगा,ताकि हमें कम मछली मिले इतने में लकी अपनी पत्नी रेखा के साथ वहां आता है।

रेखा चिकी से कहती है, भैया लकी ने मुझे बताया कि आजकल आपको मछली नहीं मिल रही है।

फिर लकी कहता है,कि यदि मछली नहीं बेचेंगे तो हमारा जीवन नहीं चल सकता । किसी दिन कम और किसी दिन ज्यादा मछलियां मिलती हैं तो किसी को दुख किसी को सुख भोगना पड़ता है तो हम जो मिलेगा उसे बराबर बांट लेंगे। तो हम कल से ही ऐसा करते हैं, ऐसा कहकर वह दोनों वहां से चले गए।

चिकी कहता है,कि थोड़ी सी मछली क्या ज्यादा मिल गए इसके तो पर ही निकल आए ।
आशा कहती है,कि ज्यादा मछली मिलने के कारण इनको घमंड हो गया है
चीकि फिर कहता है, कि कल से मैं इससे पहले ही चला जाऊंगा तुम इसे रोक कर रखना।

अगले दिन की कि पहले ही चला गया और जाल बिछाकर मछलियों का प्रतीक्षा करता रहा था।

आसा ने सोने की हार के विषय मे रेखा से झगड़ा करना शुरू कर दिया और फिर थोड़े ही देर में वहां मुखिया और कुछ लोग आएं तब मुखिया ने कहा शांत रहो शांत रहो....

मुखिया ने दो लोगों को लकी के घर ढूंढने को भेजा और दो लोगों को चिक्की के घर हार ढूंढने को भेजा।

वह सोने का हार चिकी के घर में ही मिला तो, मुखिया गुस्से से आशा को देखते हुए कहते हैं,कि झूठ बोलते हो अब तुरंत ₹10हजार जुर्माना भरो।

और वहां चिकी के जाल में भारी चीज फस गया था वह भारी चीज पत्थर था, लाख कोशिश करने के बाद भी वह नहीं खींच पाया और जाल टूट गया, जाल टूट जाने के कारण चिकी को बहुत अफसोस हुआ और वह उदास चेहरा लेकर घर आ गया।

और घर आकर जब उसे ₹10हजार जुर्माना वाली बात पता चली तो वह और भी दुखी हो गया।


तो बच्चों दूसरों को दूसरों को देखकर ईर्ष्या करना गलत बात है, उससे हमें नुकसान ही होती है आज की कहानी से यही शिक्षा मिलती है।


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