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Hindi kahaniyan : swan and tortoise story in hindi kahani

Hindi kahaniyan : swan and tortoise story in hindi kahani



Video source- youtube|video by- fact theory

Hindi kahaniyan : -

अभनपुर नाम का एक जंगल था, उस जंगल में सभी जानवर रहते थे, उस जंगल में सभी जानवर रहते थे, उस जंगल में एक तालाब भी था, उसमें एक कछुआ रहता था।

उस तालाब में दो हंस घूमने आया करते थे, वह दोनों हंस स्वभाव से बहुत ही अच्छे थे और धीरे-धीरे वे दोनों हंस कछुए से दोस्ती कर लेते हैं।

धीरे-धीरे उनकी दोस्ती पक्की होती चली गई, वे ज्यादा से ज्यादा समय एक साथ बिताया करते थे, तीनों एक साथ रहने में बहुत खुशी महसूस करते थे।

हंस जब घूम कर बाहर से तालाब आते थे, तो कछुए को अच्छी-अच्छी बातें बताते थे, कछुए उनकी बात को बड़े ध्यान से सुनता था, और उसे सुनने में भी अच्छा लगता था।

लेकिन कछुआ बहुत बोलता था, परंतु वे दोनों हंस कछुए की किसी भी बात का बुरा नहीं मानते थे, क्योंकि वह स्वभाव में बहुत ही अच्छे थे।

कुछ दिनों बाद वह तालाब पूरी तरह से सूख गया, सभी मछलियां मर गई और कछुआ भी मरने के कगार पर आ गया था, लेकिन हंस कछुए को किसी भी तरह बचाने का सोच रहे थे।

फिर एक बतख ने कहा, कि कछुए भाई यहां से 5 किलोमीटर दूर पर एक तालाब है, जो पूरी तरह से भरा हुआ है, तुम वहां चलो। फिर कछुआ कहता है, कि 5 किलोमीटर चलने में तो मुझे 5 दिन लग जाएंगे, तब तक तो मैं मर ही जाऊंगा।

अतः दोनों हंसो ने एक तरकीब सोची और एक लकड़ी लाया और उसने कछुए से कहा, कि कछुए हम दोनों इस लकड़ी के एक-एक कोनों को अपने मुंह में दबाकर तुम्हें यहां से ले जाएंगे, तुम इस लकड़ी के बीच को अपने मुंह में दबाए रखना। लेकिन इसे छोड़ना मत नहीं तो मर जाओगे।

ततपश्चात दोनों हंस कछुए को उड़ा कर ले जाते है, तभी जब वे हंस एक गांव से गुजर रहे थे, तब नीचे से लोग कछुए को देख कर कह रहे थे, कि अरे वह देखो आसमान में कछुआ उड़ रहा है।

 इतने में ही कछुआ अपने आप को रोक नहीं पाया और हंसो से कहता है, कि अरे रुको वह हमारे बारे में कुछ कह रहे हैं।

लेकिन जैसे ही वह अपना मुंह खोलता है, वह नीचे गिर कर मर जाता है।

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